🕉️ 🌸 गौ माता की आरती 🌸
(Gau Mata Ki Aarti in Hindi)
ॐ जय जय गौमाता, मैया जय जय गौमाता।
जो कोई तुमको ध्यान, त्रिभुवन सुख पाता।।
सुख समृद्धि प्रदायनी, गौ की कृपा मिले।
जो करे गौ सेवा, पल में विपत्ति टेल।।
आयु ओज विकासिनी, जन जन की मा।
शत्रु मित्र सुत जाने, सबकी सुख दाई।।
सुर सौभाग्य विधायिनी, अमृतली दुग्ध दियो।
संपूर्ण विश्व नर नारी, शिव अभिषेक कियो।।
ममतामयी मन भवानी, तुम ही जग माता।
जग की पालनहारी, कामधेनु माता।।
संकट रोग विनाशिनी, सुर महिमा गाई।
गौ शाला की सेवा, संतन मन भाई।।
गौ माता की रक्षा हित, हरि अवतार लियो।
गौ पालक गौशाला, शुभ संदेश दियो।।
श्री गौमाता की आरती जो कोई सुत गावे।
पदम् कहत वे तरणी, भाव से तर जावे।।
🌷 गौ माता की आरती का महत्व
- गौमाता को कामधेनु कहा गया है — जो समस्त इच्छाओं की पूर्णता का प्रतीक हैं।
- गौ माता की आरती करने से सुख-शांति, धन, आरोग्य और समृद्धि की प्राप्ति होती है।
- यह आरती उन भक्तों के लिए शुभ है जो गौ सेवा, गौ पूजा और गौशाला की रक्षा में योगदान देना चाहते हैं।
- नियमित आरती से जीवन में आने वाली संकट, रोग और विपत्ति स्वतः दूर हो जाती हैं।
🌸 गौ आरती करने की विधि
- सुबह या संध्या के समय स्नान करके स्वच्छ वस्त्र पहनें।
- दीपक, धूप और पुष्प से गौमाता के समक्ष आरती करें।
- “ॐ जय जय गौमाता” का भावपूर्वक पाठ करें।
- गौ को हरी घास, गुड़, रोटी या चारा अर्पित करें।
- अंत में प्रार्थना करें कि सभी जीवों में मातृभाव जागृत हो।
🪔 आध्यात्मिक लाभ
- गौ आरती करने से पापों का नाश और पुण्य की वृद्धि होती है।
- यह साधना कर्मशुद्धि और मन की शांति प्रदान करती है।
- गौमाता की कृपा से भक्ति, वैराग्य, और मोक्षमार्ग सुलभ होता है।
🌼 निष्कर्ष
“गौ माता की आरती” केवल एक भजन नहीं बल्कि एक दिव्य साधना है जो मानवता को सेवा, करुणा और संतुलन का संदेश देती है।
जो व्यक्ति प्रतिदिन श्रद्धा से इस आरती का पाठ करता है, वह जीवन में अखंड सुख, समृद्धि और शांति का अनुभव करता है।


