Pooja Vidhi

Santoshi Maa

संतोषी माता व्रत कथा: महत्व, विधि और चमत्कारी फल (Shukravar Santoshi Mata Vrat Katha)

संतोषी माता व्रत का महत्व संतोषी माता को संतोष और सरलता की देवी माना जाता है। जो भक्त सच्चे मन से Santoshi Mata Vrat करता है, उसके जीवन से दुख, दरिद्रता और कष्ट दूर होकर सुख, समृद्धि और संतोष प्राप्त होता है।हर शुक्रवार को किए जाने वाले इस व्रत को विशेष रूप से स्त्रियाँ पति […]

संतोषी माता व्रत कथा: महत्व, विधि और चमत्कारी फल (Shukravar Santoshi Mata Vrat Katha) Read More »

Shailputri mata

नवरात्रि का प्रथम दिन: शैलपुत्री माता की कहानी, पूजा विधि और महिमा | Navratri First Day – Shailputri Mata

नवरात्रि का प्रथम दिन (Navratri First Day) नवरात्रि के पहले दिन माँ दुर्गा के शैलपुत्री स्वरूप की पूजा-अर्चना की जाती है। शैलपुत्री माता को पर्वतराज हिमालय की पुत्री माना जाता है। यह स्वरूप माँ दुर्गा का सबसे शांत, पवित्र और शक्तिशाली रूप है। शैलपुत्री माता की कहानी (Shailputri Mata Ki Kahani in Hindi) पौराणिक कथा

नवरात्रि का प्रथम दिन: शैलपुत्री माता की कहानी, पूजा विधि और महिमा | Navratri First Day – Shailputri Mata Read More »

karwa chauth

करवा चौथ पूजा विधि, महत्व, कथा और आरती: सम्पूर्ण मार्गदर्शन

करवा चौथ का महत्व करवा चौथ भारतीय संस्कृति का एक प्रमुख व्रत है, जिसे विशेष रूप से विवाहित महिलाएं करती हैं। इस व्रत का मुख्य उद्देश्य पति की लंबी उम्र और सुख-शांति के लिए होता है। करवा चौथ का व्रत शरद पूर्णिमा के बाद आने वाले चौथे दिन रखा जाता है। इस दिन महिलाएं सुबह

करवा चौथ पूजा विधि, महत्व, कथा और आरती: सम्पूर्ण मार्गदर्शन Read More »

Brihaspati Dev

गुरुवार व्रत विधि, नियम और लाभ | (Guruvar Vrat Vidhi, Niyam or Labh)

हिंदू धर्म में देवी-देवताओं और ग्रहों की कृपा पाने के लिए जप और व्रत को सबसे श्रेष्ठ माना गया है। विधि-विधान से किए गए व्रत से मन, शरीर और आत्मा की शुद्धि होती है और देवताओं का आशीर्वाद प्राप्त होता है।गुरुवार का दिन भगवान विष्णु और देव गुरु बृहस्पति को समर्पित है। इस दिन व्रत

गुरुवार व्रत विधि, नियम और लाभ | (Guruvar Vrat Vidhi, Niyam or Labh) Read More »

Dhanteras

धनतेरस पूजा विधि | Dhanteras Puja Vidhi in Hindi

धनतेरस कार्तिक कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को मनाया जाता है और इस दिन देवी लक्ष्मी, धन के देवता कुबेर और भगवान धन्वंतरि की पूजा करना शुभ माना जाता है। यदि आप चाहते हैं कि आपके घर में सुख, समृद्धि और धन का वास हो, तो इस Dhanteras Puja Vidhi को विधिपूर्वक अपनाएँ। 1. शुद्धिकरण

धनतेरस पूजा विधि | Dhanteras Puja Vidhi in Hindi Read More »

Govardhan Pooja

गोवर्धन पूजा : कथा, महत्व और उत्सव का तरीका (Govardhan Pooja : Katha, Mahatwa or Utsav Ka Tarika)

गोवर्धन पूजा क्या है? गोवर्धन पूजा दिवाली के अगले दिन मनाई जाती है। इसे अन्नकूट या अन्नकूट उत्सव भी कहा जाता है। इस दिन भगवान कृष्ण और गोवर्धन पर्वत की पूजा की जाती है। यह पर्व प्रकृति और पशुपालन का महत्व बताने वाला पर्व है। गोवर्धन पूजा का मुख्य उद्देश्य प्रकृति और गायों के लिए

गोवर्धन पूजा : कथा, महत्व और उत्सव का तरीका (Govardhan Pooja : Katha, Mahatwa or Utsav Ka Tarika) Read More »

Bhai Dooj

भाई दूज : पौराणिक कथा, महत्व और उत्सव का तरीका (Bhai Dooj : Pouranik Katha, Mahatwa or Utsav ka Tarika)

भाई दूज क्या है? भाई दूज दिवाली के बाद मनाया जाने वाला पर्व है। इसे भाई टीका या भैयादूज भी कहा जाता है। यह दिन भाई-बहन के अटूट प्रेम और स्नेह का प्रतीक है। इस दिन बहनें अपने भाइयों को तिलक करती हैं और उनकी लंबी उम्र की कामना करती हैं, जबकि भाई अपनी बहनों

भाई दूज : पौराणिक कथा, महत्व और उत्सव का तरीका (Bhai Dooj : Pouranik Katha, Mahatwa or Utsav ka Tarika) Read More »

Maa Kushmanda

नवरात्रि का चौथा दिन: माँ कूष्माण्डा की कहानी, पूजा विधि और महिमा | Navratri Fourth Day – Maa Kushmanda

नवरात्रि का चौथा दिन (Navratri Fourth Day) नवरात्रि के चौथे दिन माँ दुर्गा के कूष्माण्डा स्वरूप की पूजा की जाती है। इन्हें आदिशक्ति और सृष्टि की जननी भी कहा जाता है। मान्यता है कि माँ कूष्माण्डा ने अपनी मुस्कान से सम्पूर्ण ब्रह्माण्ड की रचना की थी। माँ कूष्माण्डा की कहानी (Maa Kushmanda Ki Kahani in

नवरात्रि का चौथा दिन: माँ कूष्माण्डा की कहानी, पूजा विधि और महिमा | Navratri Fourth Day – Maa Kushmanda Read More »

Chandraghanta Mata

नवरात्रि का तीसरा दिन: चन्द्रघण्टा माता की कहानी, पूजा विधि और महिमा | Navratri Third Day – Chandraghanta Mata

नवरात्रि का तीसरा दिन (Navratri Third Day) नवरात्रि के तीसरे दिन माँ दुर्गा के चन्द्रघण्टा स्वरूप की पूजा की जाती है। इनके मस्तक पर अर्धचन्द्र के आकार की स्वर्ण घंटा (घण्टा) सुशोभित रहती है, इसी कारण इन्हें चन्द्रघण्टा माता कहा जाता है। यह स्वरूप माँ का शौर्य, पराक्रम और वीरता का प्रतीक है। भक्तों की

नवरात्रि का तीसरा दिन: चन्द्रघण्टा माता की कहानी, पूजा विधि और महिमा | Navratri Third Day – Chandraghanta Mata Read More »

Ganesh Ji

संकष्टी गणेश चतुर्थी व्रत: महत्व, विधि और अंगारकी चतुर्थी का विशेष महत्व (Sankasti Ganesh Chaturthi Varat)

संकष्टी गणेश चतुर्थी व्रत हर माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है। यह व्रत संकटमोचन भगवान गणेश को समर्पित है और जीवन से संकट, बाधाएं और कष्ट दूर करने के लिए किया जाता है। इस व्रत का पालन भक्तगण पूरी श्रद्धा और नियमों के साथ करते हैं। संकष्टी गणेश चतुर्थी का

संकष्टी गणेश चतुर्थी व्रत: महत्व, विधि और अंगारकी चतुर्थी का विशेष महत्व (Sankasti Ganesh Chaturthi Varat) Read More »