jivanarogya2022@gmail.com

Skanda Mata

नवरात्रि का पाँचवाँ दिन: माँ स्कंदमाता की कहानी, पूजा विधि और महिमा | Navratri Panchwa Din – Maa Skandamata

नवरात्रि का पाँचवाँ दिन (Navratri Panchwa Din) नवरात्रि के पाँचवें दिन माँ दुर्गा के स्कंदमाता स्वरूप की पूजा की जाती है। इनका यह स्वरूप मातृत्व और करुणा का प्रतीक है। माँ स्कंदमाता को भगवान कार्तिकेय (स्कंद) की माता कहा जाता है, इसलिए इन्हें स्कंदमाता कहा जाता है। माँ स्कंदमाता की कहानी (Maa Skandamata Ki Kahani […]

नवरात्रि का पाँचवाँ दिन: माँ स्कंदमाता की कहानी, पूजा विधि और महिमा | Navratri Panchwa Din – Maa Skandamata Read More »

Brahmcharini mata

नवरात्रि का दूसरा दिन: ब्राह्मचारिणी माता की कहानी, पूजा विधि और महिमा | Navratri Second Day – Brahmacharini Mata

नवरात्रि का दूसरा दिन (Navratri Second Day) नवरात्रि के दूसरे दिन माँ दुर्गा के ब्राह्मचारिणी स्वरूप की पूजा की जाती है। यह स्वरूप माँ का साधना, तपस्या और संयम का प्रतीक है। माँ ब्राह्मचारिणी को शांति, भक्ति और ज्ञान की देवी माना जाता है। ब्राह्मचारिणी माता की कहानी (Brahmacharini Mata Ki Kahani in Hindi) पौराणिक

नवरात्रि का दूसरा दिन: ब्राह्मचारिणी माता की कहानी, पूजा विधि और महिमा | Navratri Second Day – Brahmacharini Mata Read More »

Hanuman chalisa

हनुमान चालीसा: पाठ विधि, पूजा विधि और महत्व | Hanuman Chalisa in Hindi

हनुमान चालीसा का परिचय (Hanuman Chalisa) हनुमान चालीसा महान कवि गोस्वामी तुलसीदास द्वारा लिखी गई एक अद्भुत रचना है, जिसमें भगवान श्रीराम के परम भक्त हनुमान जी की महिमा का वर्णन किया गया है। इसमें कुल 40 चौपाइयाँ और दो दोहे हैं, जो भक्तों को संकटमोचन हनुमान की कृपा प्राप्त कराते हैं। 🪔 हनुमान चालीसा

हनुमान चालीसा: पाठ विधि, पूजा विधि और महत्व | Hanuman Chalisa in Hindi Read More »

Ganesh Ji

संकष्टी गणेश चतुर्थी व्रत: महत्व, विधि और अंगारकी चतुर्थी का विशेष महत्व (Sankasti Ganesh Chaturthi Varat)

संकष्टी गणेश चतुर्थी व्रत हर माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है। यह व्रत संकटमोचन भगवान गणेश को समर्पित है और जीवन से संकट, बाधाएं और कष्ट दूर करने के लिए किया जाता है। इस व्रत का पालन भक्तगण पूरी श्रद्धा और नियमों के साथ करते हैं। संकष्टी गणेश चतुर्थी का

संकष्टी गणेश चतुर्थी व्रत: महत्व, विधि और अंगारकी चतुर्थी का विशेष महत्व (Sankasti Ganesh Chaturthi Varat) Read More »