(शाबर, तांत्रिक एवं वैदिक लक्ष्मी साधना ग्रंथ) (Shabar, Tantric, and Vedic Lakshmi Sadhana Scripture)
🌺 भूमिका
लक्ष्मी सिद्धि मंत्र: माता महालक्ष्मी विष्णु भगवान की अर्धांगिनी, समस्त ऐश्वर्य, समृद्धि, सौभाग्य, और सुख की अधिष्ठात्री हैं।
उनकी उपासना से न केवल धन की प्राप्ति होती है, बल्कि जीवन से दरिद्रता, कष्ट और मानसिक तनाव का नाश होता है।
यह “111 दिव्य महालक्ष्मी मंत्र संग्रह” दुर्लभ शाबर, वैदिक और तांत्रिक स्रोतों से संकलित है।
हर मंत्र के साथ संक्षिप्त विधि और फल भी दिया गया है ताकि साधक आसानी से साधना कर सके।
🌸 अध्याय 1 – दारिद्र्य नाशक एवं धनवृद्धि लक्ष्मी मंत्र 🌸
🌷1. दारिद्र्य नाशक धनवृद्धि महालक्ष्मी कृपा मंत्र
मंत्र:
ॐ लक्ष्मी माता जगतजननी, तेरा रूप है बहुत सुहायै,
कमल फूल पर बैठी मईया, धन दौलत में करें सहाये,
जिससे रूष्ट होये तू मईया, उसके काम बनने के नाये,
होम रचाऊं मईया तेरा, मेरे काम समारो आये,
जितने दारिद्रय है मईया मुझ पर, सारे दारिद्रय देयो हटाये।
शब्द सांचा पिंड खांचा फले मंत्र ईश्वरो वांचा सत्यनाम आदेश गुरु को।
विधि: दीपावली या होली की रात सात माला जपें।
एक माला से घी और मिश्री का हवन करें।
फल: स्थायी धन वृद्धि और दरिद्रता नाश।
🌷2. कमला देवी कृपा मंत्र
ॐ प्रजलीत मां कमला देवी, सर्व काज पूरन करो मां,
मैं अस तमारे प्रजलीत हो जगदम्बिके॥
विधि: दीपावली या होली की रात 11 माला जपें,
अंतिम दिन 1 माला हवन करें।
फल: जीवन में अन्न, धन और ऐश्वर्य की वृद्धि।
🌷3. कामरूप कामाख्या लक्ष्मी मंत्र
ॐ कामरूप कामाख्या देवी, जहां बसै लक्ष्मी महारानी,
आवै घर में जमकर बैठे, सिद्ध होय मेरा काज सुधारे,
जो चाहूं सो होय, ॐ ह्रीं ह्रीं ह्रीं फट्॥
विधि: नवरात्र या होली की रात्रि में 108 बार जप।
फल: मनोवांछित कार्य सिद्धि।
🌷4. विष्णुप्रिया लक्ष्मी मंत्र
ॐ विष्णु प्रिया लक्ष्मी, शिवप्रिया सती से प्रकट हुई कामाक्षा भगवती…
ॐ नमः विष्णु प्रियायै ॐ नमः शिव प्रियायै ॐ नमः कामाक्षायै ह्मीं ह्मीं श्रीं श्रीं फट् स्वाहा॥
विधि: दीपावली की रात या शुक्रवार को जपें।
फल: घर में लक्ष्मी स्थिर रहती है।
🌷5. सर्वदिशा धनागमन मंत्र
ॐ नमो भगवती पदमा श्रीं ॐ ह्रीं पूरब दक्षिण उत्तर पश्चिम धन द्रव्य आवै सर्वजन वश्यं कुरु कुरु नमः॥
विधि: 108 बार जप।
फल: चारों दिशाओं से धनागमन।
🌷6. महाशुक्ला लक्ष्मी शाबर मंत्र
ॐ शुक्ले महाशुक्ले कमलदल निवासे श्रीमहालक्ष्मी नमो नमः॥
विधि: दीपावली, होली या ग्रहण के समय 108 जप करें।
फल: आर्थिक उन्नति।
🌷7. महाशुक्ला लक्ष्मी तांत्रिक शाबर मंत्र
ॐ नमो महादेवी महाशुक्ला कमलदल निवासी… सात समुद्र की दुहाई॥
फल: लक्ष्मी कृपा और व्यापार वृद्धि।
🌷8. समंदरकन्या लक्ष्मी शाबर मंत्र
ॐ नमो भगवती समंदर की बेटी, विष्णु की रानी,
आओ आओ लक्ष्मी महारानी, हमें भी बनाओ कुबेरपति… श्रीनाथ भगवान की दुहाई॥
विधि: दीपावली की रात 108 बार जप।
फल: कुबेर तुल्य धन संपत्ति।
🌷9. लक्ष्मी धान्य वृद्धि मंत्र
ॐ नमो ह्रीं श्रीं क्लीं लक्ष्मी मम गृहे चिन्ता दूर करोति नमः॥
फल: चिंता दूर होकर धनवृद्धि।
🌷10. धन लक्ष्मी साधना मंत्र
ॐ ह्रीं श्रीं लक्ष्मी मम गृहे धनं पूरय पूरय चिन्ता दूरय नमः॥
फल: घर में आर्थिक स्थिरता।
🌷11. श्री लक्ष्मी गणेश मंत्र
ॐ नमो ह्रीं श्रीं क्लीं श्रीं क्लीं श्रीं लक्ष्मी गणेशाय मम गृहे चिन्ता दूर करोति नमः॥
फल: धन लाभ एवं विघ्नों का नाश।
🌷12. सागरसुता लक्ष्मी मंत्र
ॐ सागरसुता, नारायण की प्यारी, चन्द्र भ्राता की सौगंध हाजिर हो॥
विधि: 21 दिन तक 21 माला जप।
फल: धन-संपदा में वृद्धि।
🌷13. दरिद्रता नाशक शाबर मंत्र
ॐ राम राम रटा करूं चीनी मेरा नाम, सर्व नगरी वश में करूं, मोहूं सारा गांव… सिद्ध गोरखनाथ की दुहाई॥
फल: दरिद्रता नाश और लोकवश्यता।
🌷14. अक्षय धन प्राप्ति प्रार्थना
हे मां लक्ष्मी शरण हम तुम्हारी, पूरन करो अब माता कामना हमारी…
ॐ नमः विष्णु प्रियायै ॐ नमः कामाक्षायै ह्रीं क्रीं श्रीं फट् स्वाहा॥
विधि: दीपावली पर 108 दीप जलाकर जपें।
फल: अक्षय धन और सुख।
🌷15. कमला शाबर मंत्र
ॐ सतनाम आदेश गुरु को… ओंकार रूप कमला देवी सती पार्वती का रूप… श्रीनाथ जी गुरु जी को आदेश॥
फल: कमला देवी की कृपा और सिद्धि प्राप्ति।
🌷16. धान्य लक्ष्मी शाबर मंत्र
ॐ नमः अन्नपूर्णा धान्यलक्ष्मी अन्न पूरय पूरय घृत पूरय फूरो मंत्र ईश्वरी वाचा॥
विधि: 90 दिन तक 1 माला जपें, नित्य अन्न भोग लगाएं।
फल: अन्नपूर्णा का वास।
🌷17. गृहस्थ धन आकर्षण मंत्र
ॐ आवो लक्ष्मी बैठो आंगन, रोरी तिलक चढ़ाऊं… वचन चूकै तो धनपति कुबेर की दुहाई॥
फल: धन आकर्षण।
🌷18. कुबेर धन लक्ष्मी मंत्र
ॐ ह्रीं श्रीं क्रीं श्रीं कुबेराय अष्टलक्ष्म्यै मम गृहे धनम् पूरय पूरय नमः॥
फल: अपार धन प्राप्ति।
🌷19. कमला सिद्धि मंत्र
ॐ ह्रीं कमलायै सर्वसुखदायिनी कष्टनाशिनी कमलायै श्रीं नमो नमः॥
फल: सिद्धि प्राप्ति।
🌷20. महालक्ष्मी तांत्रिक शाबर मंत्र
ॐ सतनाम आदेश गुरु को, कमला को आदेश, गुरु को आदेश… श्रीनाथ भगवान को आदेश॥
फल: व्यापार वृद्धि और सौभाग्य।
अध्याय 2 – शाबर, तांत्रिक एवं दुर्लभ लक्ष्मी सिद्धि मंत्र
🌷21. महामाया लक्ष्मी शाबर मंत्र
ॐ सतनाम आदेश गुरु को।
महामाया लक्ष्मी सागर की बेटी विष्णु की रानी।
तू ही धन की दात्री, तू ही दीन की सहारा।
मेरे घर आ, मुझ पर कृपा करा।
फुरो मंत्र ईश्वरो वाचा।
फल: स्थायी धन और सुख का आगमन।
🌷22. श्री शुक्लाम्बरधर लक्ष्मी मंत्र
ॐ शुक्लाम्बरधरां देवीं महालक्ष्मीं नमो नमः।
धनं देहि सौभाग्यं देहि सर्वसिद्धिं देहि मे॥
फल: सौभाग्य और समृद्धि।
🌷23. धन धान्य समृद्धि हेतु लक्ष्मी मंत्र
ॐ श्रीं नमो भगवति महालक्ष्मि नमः।
सर्वसिद्धि प्रदे देवी धनधान्य समृद्धिं मे देहि॥
फल: सर्व सिद्धि और धान्य संपदा।
🌷24. गृहस्थ लक्ष्मी शांति मंत्र
ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं श्रीं मम गृहे सुखं पूरय पूरय नमः॥
फल: गृह में शांति और आनंद।
🌷25. श्री कमलात्मिका सिद्धि मंत्र
ॐ ऐं ह्रीं श्रीं कमलात्मिकायै नमः॥
फल: आत्मिक शक्ति और सौंदर्य की प्राप्ति।
🌷26. धनसंपदा सिद्धि मंत्र
ॐ ह्रीं श्रीं नमः सर्वद्रव्यं मम गृहे आगच्छ आगच्छ॥
फल: धन का स्थायित्व।
🌷27. लक्ष्मी स्थापन तांत्रिक मंत्र
ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं महालक्ष्म्यै नमः॥
फल: घर में स्थायी लक्ष्मी की स्थापना।
🌷28. भोग लक्ष्मी मंत्र
ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं भोग लक्ष्म्यै नमः॥
फल: भोग-विलास एवं वैभव।
🌷29. तांत्रिक महालक्ष्मी मूल मंत्र
ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं ऐं कमलवासिन्यै नमः॥
फल: तंत्र सिद्धि एवं लक्ष्मी साधना की सिद्धि।
🌷30. परम ऐश्वर्य प्राप्ति मंत्र
ॐ श्रीं श्रीं श्रीं सर्व ऐश्वर्यं देहि मे॥
फल: ऐश्वर्य वृद्धि और आकर्षण शक्ति।
🌷31. स्थायी लक्ष्मी प्राप्ति मंत्र
ॐ श्रीं क्लीं स्थिरा भव मम गृहे नमः॥
फल: घर में स्थायी धन और समृद्धि।
🌷32. कुबेर-लक्ष्मी संयुक्त मंत्र
ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं कुबेराय लक्ष्म्यै नमः॥
फल: धन संचय और लाभ।
🌷33. चंद्रमुखी लक्ष्मी शाबर मंत्र
ॐ नमो चंद्रमुखी लक्ष्मी, विष्णुप्रियायै नमः॥
फल: चंद्र समान सौम्यता और सुख।
🌷34. रत्नाकर सुत लक्ष्मी मंत्र
ॐ रत्नाकरसुतायै नमो नमः॥
फल: कीमती वस्तुएँ, गहने और संपत्ति की वृद्धि।
🌷35. गज लक्ष्मी सिद्धि मंत्र
ॐ ह्रीं गजेन्द्रसेवितायै श्रीं नमः॥
फल: राजसी वैभव और कीर्ति।
🌷36. अष्टलक्ष्मी साधना मंत्र
ॐ ह्रीं श्रीं नमो अष्टलक्ष्म्यै नमः॥
फल: आठों प्रकार की लक्ष्मी की कृपा।
🌷37. विजय लक्ष्मी मंत्र
ॐ ह्रीं विजयायै श्रीं नमः॥
फल: प्रतियोगिता और कार्य में विजय।
🌷38. संतान लक्ष्मी मंत्र
ॐ ह्रीं संताने श्रीं नमः॥
फल: संतान सुख।
🌷39. धान्य लक्ष्मी मंत्र
ॐ ह्रीं धान्यलक्ष्म्यै नमः॥
फल: अन्न, धान्य और समृद्धि।
🌷40. धैर्य लक्ष्मी मंत्र
ॐ ह्रीं धैर्यलक्ष्म्यै नमः॥
फल: मानसिक स्थिरता और विश्वास।
🌷41. विद्यालक्ष्मी मंत्र
ॐ ह्रीं विद्यालक्ष्म्यै नमः॥
फल: शिक्षा में सफलता और ज्ञान।
🌷42. ऐश्वर्यलक्ष्मी मंत्र
ॐ ह्रीं ऐश्वर्यलक्ष्म्यै नमः॥
फल: भौतिक सुख और कीर्ति।
🌷43. राजलक्ष्मी मंत्र
ॐ ह्रीं राजलक्ष्म्यै नमः॥
फल: पद, प्रतिष्ठा, और सत्ता में वृद्धि।
🌷44. गृहलक्ष्मी मंत्र
ॐ ह्रीं गृहलक्ष्म्यै नमः॥
फल: परिवारिक सौहार्द।
🌷45. सिद्धलक्ष्मी तांत्रिक मंत्र
ॐ ह्रीं सिद्धलक्ष्म्यै नमः॥
फल: तांत्रिक सिद्धि।
🌷46. भक्तिलक्ष्मी मंत्र
ॐ ह्रीं भक्तिलक्ष्म्यै नमः॥
फल: भक्ति और मोक्ष प्राप्ति।
🌷47. चपललक्ष्मी मंत्र
ॐ ह्रीं चपललक्ष्म्यै नमः॥
फल: अचानक धनलाभ।
🌷48. धनदायिनी लक्ष्मी मंत्र
ॐ श्रीं धनदायिन्यै नमः॥
फल: अनायास धन प्राप्ति।
🌷49. मंगललक्ष्मी मंत्र
ॐ ह्रीं मंगललक्ष्म्यै नमः॥
फल: गृह सुख, सौभाग्य और मंगल।
🌷50. सौभाग्यलक्ष्मी मंत्र
ॐ ह्रीं सौभाग्यलक्ष्म्यै नमः॥
फल: दाम्पत्य सुख।
🌺 111 दिव्य महालक्ष्मी मंत्र संग्रह 🌺
🌷51. सौम्यलक्ष्मी मंत्र
ॐ ह्रीं सौम्यलक्ष्म्यै नमः॥
फल: मन की शांति और दाम्पत्य सुख।
🌷52. सुगंधलक्ष्मी मंत्र
ॐ ह्रीं सुगंधलक्ष्म्यै नमः॥
फल: आकर्षण, सम्मान और आभा में वृद्धि।
🌷53. शांति लक्ष्मी मंत्र
ॐ ह्रीं शान्तिलक्ष्म्यै नमः॥
फल: परिवार में शांति, सौहार्द और सुख।
🌷54. आरोग्यलक्ष्मी मंत्र
ॐ ह्रीं आरोग्यलक्ष्म्यै नमः॥
फल: निरोगी काया और जीवनशक्ति।
🌷55. सौख्य लक्ष्मी मंत्र
ॐ ह्रीं सौख्यलक्ष्म्यै नमः॥
फल: जीवन में आनंद और भौतिक सुख।
🌷56. किर्तिलक्ष्मी मंत्र
ॐ ह्रीं कीर्तिलक्ष्म्यै नमः॥
फल: समाज में यश और कीर्ति।
🌷57. कीर्तनलक्ष्मी मंत्र
ॐ ह्रीं श्रीकीर्तनलक्ष्म्यै नमः॥
फल: ईश्वरीय भक्ति और आध्यात्मिक उन्नति।
🌷58. स्वर्णलक्ष्मी मंत्र
ॐ ह्रीं स्वर्णलक्ष्म्यै नमः॥
फल: सोना, आभूषण, मूल्यवान वस्तुएँ।
🌷59. तुलसीलक्ष्मी मंत्र
ॐ ह्रीं तुलसीलक्ष्म्यै नमः॥
फल: धार्मिकता और पवित्रता में वृद्धि।
🌷60. भाग्यलक्ष्मी मंत्र
ॐ ह्रीं भाग्यलक्ष्म्यै नमः॥
फल: अचानक भाग्य उदय।
🌷61. शरणागत लक्ष्मी मंत्र
ॐ श्रीं शरणागतदायिन्यै नमः॥
फल: कठिन समय में divine protection।
🌷62. महाश्री लक्ष्मी महामंत्र
ॐ श्रीं श्रीं महाश्रिये नमः॥
फल: संपूर्ण लक्ष्मी सिद्धि।
🌷63. अन्नपूर्णा लक्ष्मी मंत्र
ॐ अन्नपूर्णेश्वरी देहि मे अन्नं च धनं च सर्वदा॥
फल: कभी अन्न और धन की कमी नहीं रहती।
🌷64. शिवलक्ष्मी मंत्र
ॐ ह्रीं शिवलक्ष्म्यै नमः॥
फल: शिव-शक्ति संतुलन, वैवाहिक सुख।
🌷65. विष्णुप्रिया लक्ष्मी मंत्र
ॐ ह्रीं विष्णुप्रिये नमः॥
फल: लक्ष्मी-नारायण की कृपा।
🌷66. चंद्रलक्ष्मी मंत्र
ॐ ह्रीं चंद्रलक्ष्म्यै नमः॥
फल: चित्त की शांति और मानसिक सुख।
🌷67. सूर्यलक्ष्मी मंत्र
ॐ ह्रीं सूर्यलक्ष्म्यै नमः॥
फल: सफलता, आत्मविश्वास और प्रकाश।
🌷68. अग्निलक्ष्मी मंत्र
ॐ ह्रीं अग्निलक्ष्म्यै नमः॥
फल: जोश, शक्ति और कार्य-सिद्धि।
🌷69. वायुलक्ष्मी मंत्र
ॐ ह्रीं वायुलक्ष्म्यै नमः॥
फल: गति, प्रगति और ऊर्जा।
🌷70. भूमिलक्ष्मी मंत्र
ॐ ह्रीं भूमिलक्ष्म्यै नमः॥
फल: संपत्ति और भूमि लाभ।
🌷71. जललक्ष्मी मंत्र
ॐ ह्रीं जललक्ष्म्यै नमः॥
फल: मन की शीतलता और आर्थिक प्रवाह।
🌷72. आकाशलक्ष्मी मंत्र
ॐ ह्रीं आकाशलक्ष्म्यै नमः॥
फल: ऊँचाइयों की प्राप्ति।
🌷73. नगरलक्ष्मी मंत्र
ॐ ह्रीं नगरलक्ष्म्यै नमः॥
फल: समाज में प्रतिष्ठा और यश।
🌷74. ग्रामलक्ष्मी मंत्र
ॐ ह्रीं ग्रामलक्ष्म्यै नमः॥
फल: गाँव, भूमि, और परिवार का कल्याण।
🌷75. वनलक्ष्मी मंत्र
ॐ ह्रीं वनलक्ष्म्यै नमः॥
फल: प्राकृतिक संसाधनों की प्राप्ति।
🌷76. राजलक्ष्मी महामंत्र
ॐ श्रीं ह्रीं राजलक्ष्म्यै नमः॥
फल: सरकारी, प्रशासनिक सफलता।
🌷77. करियर सफलता लक्ष्मी मंत्र
ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं व्यवसाय वृद्धि देहि मे॥
फल: व्यवसाय में स्थिर लाभ।
🌷78. व्यापार वृद्धिकर लक्ष्मी मंत्र
ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं व्यापार सिद्धिं देहि मे॥
फल: बिजनेस ग्रोथ और मुनाफा।
🌷79. रोजगार प्राप्ति लक्ष्मी मंत्र
ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं कर्म सिद्धिं देहि मे॥
फल: नौकरी और सफलता।
🌷80. ऋण मुक्ति लक्ष्मी मंत्र
ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं ऋणमुक्ति देहि मे नमः॥
फल: कर्ज से मुक्ति।
🌷81. वास्तु दोष निवारण लक्ष्मी मंत्र
ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं वास्तुशुद्धिं देहि मे॥
फल: घर में समृद्धि और शांति।
🌷82. पारिवारिक सुख लक्ष्मी मंत्र
ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं गृहसुखं देहि मे॥
फल: परिवार में प्रेम और संतुलन।
🌷83. विवाह हेतु लक्ष्मी मंत्र
ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं वरदे वरप्रदायिन्यै नमः॥
फल: विवाह योग सिद्धि।
🌷84. नारी सौभाग्य लक्ष्मी मंत्र
ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं सौभाग्यं देहि मे॥
फल: स्त्री सौभाग्य और मंगलकारी जीवन।
🌷85. शिक्षा सफलता लक्ष्मी मंत्र
ॐ ऐं ह्रीं श्रीं विद्यां देहि मे॥
फल: परीक्षा और शिक्षा में सफलता।
🌷86. व्यापार लाभ हेतु लक्ष्मी शाबर मंत्र
ॐ नमो लक्ष्मी माता, धनधान्य दे माता॥
फल: निरंतर धनप्राप्ति।
🌷87. लक्ष्मी कुबेर सिद्धि मंत्र
ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं कुबेर लक्ष्म्यै नमः॥
फल: व्यापार और धन वृद्धि।
🌷88. स्थायी लक्ष्मी आगमन मंत्र
ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं स्थिरलक्ष्म्यै नमः॥
फल: स्थायी धन और सुख।
🌷89. शत्रु नाशक लक्ष्मी मंत्र
ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं शत्रुनाशायै नमः॥
फल: शत्रु निवारण।
🌷90. ऋद्धि-सिद्धि लक्ष्मी मंत्र
ॐ ह्रीं श्रीं ऋद्धि सिद्धिं देहि मे॥
फल: समग्र सफलता।
🌷91. महालक्ष्मी आरोग्य मंत्र
ॐ ह्रीं श्रीं आरोग्यं देहि मे॥
फल: स्वास्थ्य और दीर्घायु।
🌷92. दारिद्र्य नाशक लक्ष्मी मंत्र
ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं दरिद्र्य नाशनाय नमः॥
फल: गरीबी से मुक्ति।
🌷93. घर में लक्ष्मी आगमन हेतु मंत्र
ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं गृहागमनाय नमः॥
फल: घर में स्थायी लक्ष्मी का वास।
🌷94. सफलता और भाग्यवृद्धि मंत्र
ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं सिद्धिं भाग्यं देहि मे॥
फल: भाग्य उदय।
🌷95. कुबेर सह लक्ष्मी पूजा मंत्र
ॐ ह्रीं श्रीं कुबेर लक्ष्म्यै नमः॥
फल: धन वृद्धि।
🌷96. शांति एवं समृद्धि मंत्र
ॐ ह्रीं श्रीं शांतिं समृद्धिं देहि मे॥
फल: संपूर्ण जीवन में सुख-शांति।
🌷97. मोक्षलक्ष्मी मंत्र
ॐ ह्रीं मोक्षलक्ष्म्यै नमः॥
फल: आत्मिक मुक्ति और मोक्ष।
🌷98. महाशक्ति लक्ष्मी महामंत्र
ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं महाशक्त्यै नमः॥
फल: शक्ति, ऐश्वर्य और तेज।
🌷99. नित्य लक्ष्मी ध्यान मंत्र
ॐ श्रीं नित्यलक्ष्म्यै नमः॥
फल: स्थायी समृद्धि।
🌷100. ब्रह्मांडलक्ष्मी मंत्र
ॐ ह्रीं श्रीं ब्रह्माण्डलक्ष्म्यै नमः॥
फल: सर्वत्र सिद्धि।
🌷101. शुद्धि लक्ष्मी मंत्र
ॐ ह्रीं श्रीं शुद्धिं देहि मे॥
फल: मन, शरीर, और आत्मा की शुद्धि।
🌷102. साधना सिद्धि लक्ष्मी मंत्र
ॐ ह्रीं श्रीं साधनासिद्धिं देहि मे॥
फल: साधनाओं में सफलता।
🌷103. लक्ष्मी गायत्री मंत्र
ॐ महालक्ष्म्यै च विद्महे विष्णुपत्नी च धीमहि।
तन्नो लक्ष्मीः प्रचोदयात्॥
फल: संपूर्ण कल्याण।
🌷104. महालक्ष्मी मूल बीज मंत्र
ॐ श्रीं नमः॥
फल: धन और आकर्षण शक्ति।
🌷105. सर्वसिद्धि प्रदायक मंत्र
ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं सिद्धिं देहि मे॥
फल: कार्य सिद्धि।
🌷106. करुणालक्ष्मी मंत्र
ॐ ह्रीं श्रीं करुणालक्ष्म्यै नमः॥
फल: दया और कृपा की प्राप्ति।
🌷107. परमशक्ति लक्ष्मी महामंत्र
ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं परमशक्त्यै नमः॥
फल: असीम सामर्थ्य।
🌷108. श्री महालक्ष्मी महामंत्र
ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं महालक्ष्म्यै नमः॥
फल: संपूर्ण लक्ष्मी सिद्धि।
🌷109. महालक्ष्मी अष्टक स्तोत्र
नमस्तेस्तु महामाये श्रीपीठे सुरपूजिते।
शङ्खचक्रगदाहस्ते महालक्ष्मि नमोऽस्तुते॥
फल: दरिद्रता निवारण।
🌷110. श्रीसूक्त मंत्र
हिरण्यवर्णां हरिणीं सुवर्णरजतस्रजाम्।
चन्द्रां हिरण्मयीं लक्ष्मीं जातवेदो म आवह॥
फल: वेदसम्मत लक्ष्मी सिद्धि।
🌷111. श्रीमहालक्ष्मी ध्यान श्लोक
पद्मासनस्थितां देवीं परभ्रम्ह स्वरूपिणीम्।
परमे पद्मिनीं लक्ष्मीं प्रणतोऽस्मि सदा शुभाम्॥
फल: परम शांति और मोक्ष।
✨ निष्कर्ष: लक्ष्मी सिद्धि मंत्र
“111 दिव्य महालक्ष्मी मंत्र संग्रह” का निरंतर जप, शुक्रवार या पूर्णिमा के दिन करने से
👉 धन, ऐश्वर्य, प्रतिष्ठा, सुख और मोक्ष — सभी की प्राप्ति होती है।
👉 यह साधना महालक्ष्मी की कृपा का अमोघ साधन है।
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