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संकष्टी गणेश चतुर्थी व्रत: महत्व, विधि और अंगारकी चतुर्थी का विशेष महत्व (Sankasti Ganesh Chaturthi Varat)

Ganesh Ji

संकष्टी गणेश चतुर्थी व्रत हर माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है। यह व्रत संकटमोचन भगवान गणेश को समर्पित है और जीवन से संकट, बाधाएं और कष्ट दूर करने के लिए किया जाता है। इस व्रत का पालन भक्तगण पूरी श्रद्धा और नियमों के साथ करते हैं।


संकष्टी गणेश चतुर्थी का महत्व


संकष्टी गणेश चतुर्थी व्रत विधि

1. स्नान और संकल्प

2. पूजा विधि

3. भोग अर्पण

4. पाठ और मंत्र

5. फलाहार

6. चंद्र दर्शन और व्रत खोलना


अंगारकी संकष्टी चतुर्थी का महत्व

जब संकष्टी गणेश चतुर्थी मंगलवार को पड़ती है, तब उसे अंगारकी संकष्टी चतुर्थी कहते हैं।


निष्कर्ष

संकष्टी गणेश चतुर्थी व्रत सिर्फ संकटों को दूर करने वाला ही नहीं बल्कि मनोकामना पूर्ति और समृद्धि का मार्ग प्रशस्त करने वाला व्रत है। यदि यह व्रत अंगारकी चतुर्थी पर किया जाए तो इसका फल कई गुना अधिक प्राप्त होता है।

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