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🌕 श्री चन्द्रशेखराष्टकम् | Shri Chandrashekhara Ashtakam 🌕

chandrashekhara-ashtakam
(भगवान शिव का दिव्य रक्षक स्तोत्र – मृत्यु भय से मुक्ति और शिवकृपा का वरदान)

🕉️ परिचय / Introduction

“श्री चन्द्रशेखराष्टकम्” एक अत्यंत शक्तिशाली और पवित्र शिव स्तोत्र है, जिसकी रचना महर्षि मार्कंडेय द्वारा की गई थी।
जब मृत्यु का भय समीप आया, तब उन्होंने भगवान चन्द्रशेखर (शिव) की स्तुति करते हुए यह स्तोत्र गाया, और स्वयं मृत्यु पर विजय प्राप्त की।

यह स्तोत्र उन सभी भक्तों के लिए है जो भय, रोग, संकट या अकाल मृत्यु से रक्षा चाहते हैं।
जो व्यक्ति श्रद्धा और विश्वास से चन्द्रशेखराष्टकम् का पाठ करता है, उसे भगवान शिव दीर्घायु, स्वास्थ्य और मोक्ष प्रदान करते हैं।


🌿 श्री चन्द्रशेखराष्टकम् 🌿

चन्द्रशेखर चन्द्रशेखर चन्द्रशेखर पाहि माम् ।
चन्द्रशेखर चन्द्रशेखर चन्द्रशेखर रक्ष माम् ॥ १॥

रत्नसानुशरासनं रजतादिशृङ्गनिकेतनं
सिञ्जिनीकृतपन्नगेश्वरमच्युताननसायकम् ।
क्षिप्रदग्धपुरत्रयं त्रिदिवालयैरभिवन्दितं
चन्द्रशेखरमाश्रये मम किं करिष्यति वै यमः ॥ २॥

पञ्चपादपपुष्पगन्धपदाम्बुजद्वयशोभितं
भाललोचनजातपावकदग्धमन्मथविग्रहम् ।
भस्मदिग्धकलेवरं भवनाशनं भवमव्ययं
चन्द्रशेखर चन्द्रशेखर चन्द्रशेखर रक्ष माम् ॥ ३॥

मत्तवारणमुख्यचर्मकृतोत्तरीयमनोहरं
पङ्कजासनपद्मलोचनपूजिताङ्घ्रिसरोरुहम् ।
देवसिन्धुतरङ्गसीकरसिक्तशुभ्रजटाधरं
चन्द्रशेखर चन्द्रशेखर चन्द्रशेखर रक्ष माम् ॥ ४॥

यक्षराजसखं भगाक्षहरं भुजङ्गविभूषणं
शैलराजसुतापरिष्कृतचारुवामकलेवरम् ।
क्ष्वेडनीलगलं परश्वधधारिणं मृगधारिणं
चन्द्रशेखर चन्द्रशेखर चन्द्रशेखर रक्ष माम् ॥ ५॥

कुण्डलीकृतकुण्डलेश्वरकुण्डलं वृषवाहनं
नारदादिमुनीश्वरस्तुतवैभवं भुवनेश्वरम् ।
अन्धकान्धकामाश्रितामरपादपं शमनान्तकं
चन्द्रशेखर चन्द्रशेखर चन्द्रशेखर रक्ष माम् ॥ ६॥

भेषजं भवरोगिणामखिलापदामपहारिणं
दक्षयज्ञविनाशनं त्रिगुणात्मकं त्रिविलोचनम् ।
भुक्तिमुक्तिफलप्रदं सकलाघसङ्घनिबर्हणं
चन्द्रशेखर चन्द्रशेखर चन्द्रशेखर रक्ष माम् ॥ ७॥

भक्तवत्सलमर्चितं निधिमक्षयं हरिदम्बरं
सर्वभूतपतिं परात्परम्प्रमेयमनुत्तमम् ।
सोमवारिदभूहुताशनसोमपानिलखाकृतिं
चन्द्रशेखर चन्द्रशेखर चन्द्रशेखर रक्ष माम् ॥ ८॥

विश्वसृष्टिविधायिनं पुनरेव पालनतत्परं
संहरन्तमपि प्रपञ्चमशेषलोकनिवासिनम् ।
क्रीडयन्तमहर्निशं गणनाथयूथसमन्वितं
चन्द्रशेखर चन्द्रशेखर चन्द्रशेखर रक्ष माम् ॥ ९॥

मृत्युभीतमृकण्डसूनुकृतस्तवं शिवसन्निधौ
यत्र कुत्र च यः पठेन्न हि तस्य मृत्युभयं भवेत् ।
पूर्णमायुररोगितामखिलार्थसम्पदमादरं
चन्द्रशेखर एव तस्य ददाति मुक्तिमयत्नतः ॥ १०॥

॥ इति श्रीचन्द्रशेखराष्टकम् सम्पूर्णम् ॥


🌼 फलश्रुति / Benefits

🔹 मृत्यु भय से मुक्ति और दीर्घायु की प्राप्ति
🔹 रोगों, संकटों और शत्रुओं से रक्षा
🔹 मोक्ष, भक्ति और आत्मशांति की प्राप्ति
🔹 भगवान शिव की अनंत कृपा और आशीर्वाद


📿 निष्कर्ष

“चन्द्रशेखराष्टकम्” केवल एक स्तोत्र नहीं, बल्कि जीवन का कवच है — जो साधक को भय, मृत्यु और दुर्भाग्य से बचाता है।
जो व्यक्ति इसे सोमवार, प्रदोष या महाशिवरात्रि के दिन श्रद्धा से पढ़ता है, वह शिव कृपा का अधिकारी बनता है।

🙏
“चन्द्रशेखर चन्द्रशेखर चन्द्रशेखर रक्ष माम्।”
(हे चन्द्रशेखर, मेरी रक्षा करें!)

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