Pooja Vidhi

Brahma Muhurat

ब्रह्म मुहूर्त (Brahma Muhurat): स्वास्थ्य, समृद्धि और आध्यात्मिक शक्ति पाने का दिव्य समय

ब्रह्म मुहूर्त (Brahma Muhurat), जिसे अमृत वेला भी कहा गया है, रात्रि के अंतिम प्रहर में आता है—अर्थात सूर्योदय से लगभग 1.5 घंटे पहले, सामान्यतः प्रातः 3 से 5 बजे के बीच।वेदों, पुराणों, आयुर्वेद और आधुनिक विज्ञान—सभी में इसे जीवन के लिए अत्यंत शुभ, स्वास्थ्यप्रद और मनोवांछित फल देने वाला समय माना गया है। “ब्रह्ममुहूर्ते […]

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shankar-narayan-sahasranam-stotra

श्रीशङ्करनारायण सहस्रनामस्तोत्रम् – हरिहर एकत्व का अद्भुत रहस्य (Shri Shankara-Narayana Sahasranama Stotram – The Divine Mystery of Harihara Oneness)

🌿 परिचय भारतीय सनातन परंपरा में भगवान शिव और विष्णु को दो नहीं, बल्कि एक ही परब्रह्म स्वरूप माना गया है।इसी दिव्य सत्य का गूढ़ उद्घाटन करता है —“श्रीशङ्करनारायण सहस्रनामस्तोत्रम्”, जो हरिहर एकत्व का सर्वोच्च वेदांत रहस्य उजागर करता है। 🔱 हरिहर एकत्व का भाव हरि (विष्णु) और हर (शिव) वास्तव में एक ही ऊर्जा

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Janki Stotram

जानकी स्तोत्र हिन्दी अर्थ सहित | Janki Stotram with Meaning in Hindi

(🌷 अपार धन और ऐश्वर्य देने वाला पवित्र स्तोत्र 🌷) ✨ भूमिका | Introduction धार्मिक शास्त्रों में माता सीता के इस पवित्र जानकी स्तोत्र का अत्यंत महत्व बताया गया है।जो व्यक्ति प्रतिदिन प्रभु श्रीराम और माता सीता का विधिपूर्वक पूजन करता है, उसे 16 महादानों, पृथ्वीदान, और समस्त तीर्थों के दर्शन का फल प्राप्त होता

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Maa Tara Stotram

श्री तारा शतनाम स्तोत्रम् | Shri Tara Shatanam Stotram : (100 Names of Maa Tara with Meaning)

🔱 प्रस्तावना | Introduction श्री तारा शतनाम स्तोत्रम् देवी उपासना के दुर्लभ स्तोत्रों में से एक है। इसमें माँ तारा के 100 दिव्य नामों का उल्लेख है, जो साधक को भय, रोग, और पाप से मुक्त करते हैं। यह स्तोत्र स्वर्णमालातन्त्र से लिया गया है और इसका पाठ करने से साधक को मोक्ष तथा सिद्धि

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Bhishma Panchak Vrat

भीष्म पंचक व्रत विधि और महत्त्व | Bhishma Panchak Vrat Vidhi and Significance

भीष्म पंचक व्रत का विशेष महत्त्व | Importance of Bhishma Panchak Vrat पुराणों तथा हिंदू धर्म ग्रंथों में कार्तिक माह में ‘भीष्म पंचक व्रत’ का विशेष महत्त्व बताया गया है।यह व्रत कार्तिक शुक्ल एकादशी से आरंभ होकर पूर्णिमा तक चलता है।इसे “पंच भीखू व्रत” के नाम से भी जाना जाता है। धर्म ग्रंथों में कार्तिक

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Shravan Dwadashi Vrat

श्रवण द्वादशी व्रत | Shravan Dwadashi Vrat 2025: तिथि, विधि और महत्व

🌿 श्रवण द्वादशी व्रत का पौराणिक महत्व | Importance of Shravan Dwadashi Vrat श्रवण नक्षत्र से युक्त एकादशी और द्वादशी तिथि जब एक ही दिन आती है, तो उसे “विजया तिथि” कहा जाता है।इस दिन भगवान हरि (विष्णु) की पूजा करने से जो पुण्य प्राप्त होता है, वह अक्षय माना गया है — अर्थात् कभी

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Sarpa Vish Nashak Mantra

सर्पों एवं अन्य विषैले जीव-जन्तुओं के विष को दूर करने का मन्त्र (सर्पविष नाशक महामन्त्र) Mantra to Remove the Poison of Snakes and Other Venomous Creatures (Sarpa Vish Nashak Maha Mantra)

🌿 परिचय प्राचीन हिन्दू धर्मग्रन्थों में सर्पों और विषैले जीव-जन्तुओं से रक्षा के अनेक मन्त्र वर्णित हैं।नीचे दिया गया यह अद्भुत “सर्प विष नाशक मन्त्र” (Sarpa Vish Nashak Mantra) उमादेवी को समर्पित है, जो रुद्र के हृदय में निवास करनेवाली महेश्वरी शक्ति हैं।इस मन्त्र का जप और प्रयोग सर्पदंश, कीटदंश, या विष के प्रभाव को

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Gopashtami

गोपाष्टमी : कथा, पूजन-विधि और महात्म्य (Gopashtami : Story, Puja Vidhi, and Significance)

🌸 गोपाष्टमी क्या है? गोपाष्टमी का यह पर्व हिन्दू पंचांग के अनुसार कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है।2025 में यह तिथि 29 अक्टूबर सुबह 09:23 से 30 अक्टूबर सुबह 10:06 बजे तक रहेगी।इस प्रकार यह पर्व 30 अक्टूबर 2025 (गुरुवार) को मनाया जाएगा। 🌿 गोपाष्टमी का पौराणिक महात्म्य एवं

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श्री महाविष्णु त्वरितास्त्र स्तोत्रम्

श्री महाविष्णु त्वरितास्त्र स्तोत्रम्: दिव्य शक्ति और शत्रु-विनाश का अद्भुत स्तोत्र (Shri Maha Vishnu Tvaritāstra Stotram: The Divine Hymn of Power and Instant Destruction of Enemies)

“श्री महाविष्णु त्वरितास्त्र स्तोत्रम्” एक अत्यंत दुर्लभ और प्रभावशाली विष्णु स्तोत्र है, जो न केवल आध्यात्मिक उत्थान देता है, बल्कि शत्रु-विनाश, संकट-मोचन, और जीवन में त्वरित सफलता का वरदान भी प्रदान करता है। यह स्तोत्र विष्णु के त्वरिता रूप और नृसिंह, सुदर्शन, एवं उग्रनारायणी शक्तियों का समन्वय है। इसके नियमित पाठ से जीवन में आने

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Amalaki Lakshmi Katha

🌿धात्री देवी (आंवला) का दिव्य आख्यान: हिंदी अर्थ सहित पूजा, महिमा और आयुर्वेदिक लाभ | Akshay Navami Vrat Katha in Hindi

श्री आमलकी लक्ष्मी धात्री देवी आख्यान (Akshay Navami Vrat Katha) का अत्यंत सुंदर, संपूर्ण और दुर्लभ संकलन साझा किया है — इसमें वैदिक, पौराणिक, आयुर्वेदिक और भक्ति सभी दृष्टियों से धात्री (आँवला) देवी का महात्म्य अत्यंत भावपूर्ण रूप में प्रस्तुत है। यह आख्यान न केवल अक्षय नवमी या आमलकी एकादशी के व्रत में पाठ के

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